
बंगलार जागरण डॉट कॉम संवाददाता
लखनऊ/कोलकाता, 15 अप्रैल 2025
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में भड़की हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सरकार और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा है।

हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि बंगाल “अराजकता की आग” में जल रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी “मौन” हैं और दंगाइयों को “शांतिदूत” कह रही हैं। उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी बंगाल हिंसा पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया।
योगी ने कहा, “लातों के भूत बातों से नहीं मानते, दंगाइयों का इलाज डंडा है। बंगाल में धर्मनिरपेक्षता के नाम पर दंगाइयों को खुली छूट दी गई है।” उन्होंने दावा किया कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश में हर दो-तीन दिन में दंगे होते थे, लेकिन बीजेपी सरकार ने कानून का राज स्थापित कर दंगों पर काबू पाया। बंगाल की स्थिति पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “जो बांग्लादेश को पसंद करते हैं, वे वहां चले जाएं। भारत में ऐसी अराजकता की कोई जगह नहीं है।”
मुर्शिदाबाद हिंसा में अब तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हुए हैं। इस हिंसा में सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया और पुलिस पर हमले किए गए। कोलकाता हाईकोर्ट के निर्देश पर अशांत क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है, जो स्थिति को नियंत्रित करने और आम लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश कर रहे हैं। जंगीपुर, धुलियान और समसेरगंज जैसे इलाकों में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
इस बीच, ममता बनर्जी ने शांति की अपील की है और स्पष्ट किया कि वक्फ कानून केंद्र सरकार ने बनाया है, जिसे उनकी सरकार लागू नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “यह कानून हमारा नहीं, केंद्र का है। लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” ममता ने सभी धर्मों के लोगों से एकजुट रहने और हिंसा से दूर रहने का आग्रह किया।
हालांकि, योगी ने ममता पर पलटवार करते हुए पूछा, “जब बंगाल जल रहा है, तो यह हिंसा किसके हित में है?” उन्होंने कोलकाता हाईकोर्ट की सराहना की, जिसने केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया। योगी ने कहा कि यह कदम बंगाल में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी था।
मुर्शिदाबाद हिंसा ने राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है। बीजेपी ने टीएमसी पर बंगाल को “दूसरा बांग्लादेश” बनाने का आरोप लगाया है, जबकि टीएमसी नेताओं का कहना है कि बीजेपी 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है।
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