
बांग्लार जागरण न्यूज़ कोलकाता, 29 अप्रैल 2025
पूर्व रेलवे ने आसनसोल में एक उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन किया, जिसमें आसनसोल और मालदा मंडल के नेटवर्क से संबंधित विभिन्न मुद्दों और विकास पहलों पर चर्चा हुई। इस मंडल समिति की बैठक में पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक श्री मिलिंद देवसकर की उपस्थिति में कई माननीय सांसदों और उनके प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

बैठक में पूर्व रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्ष, जैसे मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण), प्रधान मुख्य अभियंता, प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक, प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक, प्रधान मुख्य विद्युत अभियंता, प्रधान मुख्य सिग्नल और दूरसंचार अभियंता, प्रधान मुख्य यांत्रिक अभियंता, महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, और आसनसोल व मालदा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक उपस्थित थे।
इस बैठक में माननीय सांसद श्री शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा, श्री खलीलुर रहमान, श्री गिरीधारी यादव, श्री खगेन मुर्मू, डॉ. सर्फराज अहमद, और श्री नलिन सोरेन शामिल थे। इसके अलावा, अन्य सांसदों के प्रतिनिधि, जिनमें श्री कीर्ति आजाद झा, श्रीमती सताब्दी रॉय, श्री अरुण भारती, श्री चंद्र प्रकाश चौधरी, श्री दुलु महतो, डॉ. निशिकांत दुबे, श्रीमती अन्नपूर्णा देवी (महिला एवं बाल विकास मंत्री), श्री ईशा खान चौधरी, श्री अजय कुमार मंडल, और श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री) के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
बैठक की शुरुआत में श्री मिलिंद देवसकर ने सभी सांसदों और उनके प्रतिनिधियों का स्वागत किया। श्री शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा को बैठक का अध्यक्ष (अध्यक्ष) चुना गया। बैठक में रेलवे के विकास, यात्री सुविधाओं, और रेल अवसंरचना पर चर्चा हुई। आसनसोल और मालदा के मंडल रेल प्रबंधकों ने हाल के कार्यों जैसे स्टेशन पुनर्विकास, अमृत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों का विकास, जसीडीह और मधुपुर में बाईपास लाइन का निर्माण, लिफ्ट और एस्केलेटर की स्थापना, कोच और ट्रेन संकेत बोर्ड, नए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) का निर्माण, प्लेटफॉर्म की सतह में सुधार, और लंबी दूरी की ट्रेनों को एलएचबी रेक में परिवर्तन जैसे यात्री-अनुकूल पहलों के बारे में जानकारी दी।
श्री शत्रुघ्न प्रसाद सिन्हा ने कहा कि भारतीय रेलवे ‘विकसित भारत’ की अवधारणा को लागू करने की दिशा में प्रगति कर रहा है, लेकिन उन्होंने पूर्व रेलवे से स्थानीय मांगों को पूरा करने के लिए और अधिक पहल करने की अपेक्षा जताई, जैसे कि फीडिंग रूम और एस्केलेटर जैसी सुविधाएं। श्री खगेन मुर्मू ने रेलवे की यात्री सुविधाओं के लिए की गई पहलों पर खुशी जताई और गौर एक्सप्रेस के मौजूदा एलएचबी रेक को उन्नत संस्करण से बदलने की सलाह दी। श्री गिरीधारी यादव ने भागलपुर/जमालपुर से दिल्ली के लिए और अधिक ट्रेनें और मुंबई व बेंगलुरु के लिए अतिरिक्त ट्रेनों की मांग की।
श्री खलीलुर रहमान ने धूलियन-गंगा और सुजनीपारा क्षेत्र में सड़क ओवर ब्रिज के निर्माण की मांग की ताकि स्थानीय औद्योगिक सामग्री और माल की आवाजाही आसान हो। श्री सर्फराज अहमद ने हावड़ा-गया वंदे भारत एक्सप्रेस के मार्ग में बदलाव और हावड़ा-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस का गिरिडीह में ठहराव की मांग की। श्री नलिन सोरेन ने हावड़ा-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस और अन्य ट्रेनों का विद्यासागर स्टेशन पर ठहराव और दुमका-आसनसोल-गिरिडीह के रास्ते नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत की मांग की।
अन्य सांसदों के प्रतिनिधियों ने भी कोविड महामारी के दौरान रद्द की गई ट्रेनों को फिर से शुरू करने, विभिन्न स्टेशनों पर एस्केलेटर स्थापित करने, ट्रेनों के समय-सारिणी में बदलाव, और ठहराव समय बढ़ाने जैसी मांगें उठाईं।
श्री मिलिंद देवसकर ने सांसदों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर तकनीकी और आर्थिक व्यवहार्यता विश्लेषण के आधार पर विचार किया जाएगा। पूर्व रेलवे सक्षम प्राधिकारी/रेलवे बोर्ड की मंजूरी पर अतिरिक्त सुविधाएं और विकास कार्यों को लागू करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।