
गूगल बार कोड स्केनर के माध्यम से युवाओं का जमा करवाया जाएगा ऑनलाइन बायोडाटा
राज्य के बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का होगा इस अभियान का अहम मुद्दा
बर्णपुर इसको स्टील प्लांट मे होने वाली 36 हजार करोड़ रुपए निवेश से अभियान की होगी शुरुआत

कुलटी, पश्चिम बंगाल: आसनसोल के कुलटी विधानसभा इलाके के रहने वाले पश्चिम बर्धमान जिला यूथ अध्यक्ष रवि यादव ने अपने सोसल मिडिया के जरिए एक विडिओ मैसेज कर शिल्पाँचल के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलवाने के लिये एक अनोखी पहल की शुरुआत की है, जिस पहल के जरिए वह हल्ला बोल डीआईसी ऑफिस चलो के नाम से एक बार कोड गूगल स्केनर अभियान चला रहे हैं, जिस अभियान से उन्होंने शिल्पाँचल के तमाम बेरोजगार युवाओं को जुड़ने का तो आह्वान किया ही है साथ मे उन्होंने उनका बायोडाटा भी इस गूगल बार कोड स्केनर के जरिए अपलोड करने की अपील की है, उन्होंने कहा की जब बर्णपुर इसको स्टील प्लांट बंद होने की कागार पर थी तब देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह आसनसोल आए थे और उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान, पश्चिम बंगाल पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बुद्धदेव भट्टाचार्य, मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी और सेल के वरिष्ठ अधिकारीयों की उपस्थिति मे प्लांट के नवीनीकरण का उद्घाटन किया था, संकटग्रस्त इसको प्लांट को बीएफआर (बोर्ड फॉर इंडस्ट्रियल एंड फाइनेंशियल रीकंस्ट्रक्शन) से निकालकर सेल में विलय किया गया जिसके बाद इस पलांट का नाम आईएसपी हो गया यह कदम न केवल उद्योग को पुनर्जीवित करने में सहायक रहा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी नई ऊंचाइयों पर ले गया, जिसके बाद कुछ हद तक बेरोजगारों को रोजगार का यह साधन बना, उन्होंने कहा विस्तार के पहले चरण में 10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था। बाद में यह धीरे-धीरे बढ़कर 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया और उत्पादन क्षमता 2.5 मिलियन टन हो गई, ऐसे मे अब इस प्लांट मे 36,000 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक इस्पात संयंत्र बनाने की योजना पर कार्य चल रहा है, जो हाल के समय में बंगाल में किसी औद्योगिक परियोजना में सबसे बड़ा निवेश होगा, केंद्रीय पीएसयू को इस परियोजना के लिए प्रारंभिक बोर्ड की मंजूरी मिल गई है, जो मौजूदा इस्को स्टील प्लांट के पास बनेगी और इसकी क्षमता 4.08 मिलियन टन (एमटी) होगी। सेल इस परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए एक विक्रेता का चयन करने की प्रक्रिया में है। उम्मीद है कि कंपनी अक्टूबर के अंत तक पार्टी को अंतिम रूप दे देगी और फिर बोर्ड की मंजूरी के दूसरे चरण के लिए आगे बढ़ेगी, यदि सब कुछ योजना के अनुसार हुआ, तो नया प्लांट 2029 तक चालू हो जाने की संभावना है। प्रस्तावित संरचना को देखते हुए, पीएसयू इस परियोजना को मौजूदा 2.5 मीट्रिक टन प्लांट के विस्तार के बजाय एक नई इकाई के रूप में देख रहा है। नई सुविधा उस क्षेत्र में बनेगी जहाँ पहले एक पुराना प्लांट हुआ करता था, जहां मौजूदा संयंत्र निर्माण में उपयोग होने वाले लंबे उत्पादों (तार, छड़, बार) पर केंद्रित है, वहीं नया संयंत्र चपटे उत्पादों (गर्म और ठंडी रोल्ड कॉयल) का उत्पादन करेगा, जिनका उपयोग ऑटोमोबाइल और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में किया जाता है, नये आईआईएससीओ संयंत्र से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने तथा पश्चिम एवं पूर्व बर्धमान, पुरुलिया और बांकुरा के समीपवर्ती क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह सेल के महत्वाकांक्षी लक्ष्य का हिस्सा है जिसके तहत 2031 तक क्षमता को 20 मिलियन टन से बढ़ाकर 35 मिलियन टन करने का लक्ष्य है, जिस पर 110,000 करोड़ रुपये का संयुक्त निवेश किया जाएगा, ऐसे मे यहाँ बनने वाले नए प्लांट मे एक बार फिर बेरोजगारों के लिये रोजगार का एक बड़ा साधन बनने जा रहा है, रवि ने कहा इस साधन को पाने के लिये सबसे पहले हमारे शिल्पाँचल के बेरोजगार युवाओं का हक है बाद मे किसी और का इसी हक को पाने के लिये कांग्रेस की ओर से हल्ला बोल के नाम से एक बार कोर्ड अभियान चलाया जा रहा है, जिस बार कोर्ड मे गूगल स्केन कर शिल्पाँचल के हर बेरोजगार युवा अपना बायोडाटा अपलोड कर सकते हैं और इस अपना हक पाने की इस अभियान से जुड़ सकते हैं, रवि यादव ने शिल्पाँचल के हर गली और कसबों मे रहने वाले बेरोजगारों से अपील की है की वह अपना बायोडाटा 29 जून तक जमा करवा दें जिसके बाद वह बर्णपुर डीआईसी ऑफिस 30 जून को अपनी मांगों के साथ घेराव करेंगे और कंपनी पर दबाव डालेंगे उनका कहना है की अगर कंपनी उनकी मांगो को मान लेती है तो वह अपने इस अभियान को समाप्त कर देंगे अगर कंपनी नही मानी तो उनका यह अभियान उग्र होगा और सड़क से लेकर सदन तक वह अपना अभियान जारी रखेंगे