
बंगलार जागरण डॉट कॉम संवाददाता
आसनसोल, 23 जून 2025: आसनसोल में सियासी जंग छिड़ी हुई है। एक ओर बीजेपी का “पश्चिम बंगाल दिवस” तो दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस का “केंद्र की वंचना” के खिलाफ आक्रामक प्रदर्शन। शुक्रवार के बाद रविवार को भी आसनसोल का माहौल गरमाया रहा। जुलूस के जवाब में जुलूस, सभा के जवाब में सभा। तृणमूल ने बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी के कथित भड़काऊ बयानों का 48 घंटे के अंदर करारा जवाब दिया।

शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को आसनसोल में बीजेपी के जुलूस का नेतृत्व किया था और उसी मंच से बयान दिए थे, जहां अग्निमित्रा पॉल और जितेंद्र तिवारी जैसे नेताओं ने भी भाषण दिया। रविवार को तृणमूल ने उसी मंच पर अपनी सभा आयोजित की। इस सभा में पश्चिम बर्द्धमान जिले के छह विधायक, मंत्री मलय घटक, मंत्री प्रदीप मजूमदार और जिला नेतृत्व मौजूद थे। तृणमूल ने शुभेंदु के कथित अपमानजनक बयानों का जवाब दिया और केंद्र सरकार की कथित वंचना के खिलाफ तथ्य प्रस्तुत किए। इस दौरान 2026 के विधानसभा चुनाव में पश्चिम बर्द्धमान की सभी नौ सीटों पर जीत का शपथ लिया गया।
**तृणमूल का विशाल जुलूस और सभा**
रविवार को तृणमूल ने आसनसोल के आश्रम मोड़ से जीटी रोड होते हुए गिरजा मोड़ तक एक विशाल जुलूस निकाला। गिरजा मोड़ पर सभा आयोजित की गई, जिसमें मंत्री मलय घटक, प्रदीप मजूमदार, बाराबनी के विधायक और मेयर बिधान उपाध्याय, जामुरिया के विधायक और जिला तृणमूल अध्यक्ष हरेराम सिंह, रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी, पांडवेश्वर के विधायक और जिला तृणमूल सभापति नरेंद्र चक्रवर्ती, राज्य सचिव वी. शिवदासन और जिला परिषद अध्यक्ष विश्वनाथ बाउरी सहित कई प्रमुख नेता शामिल थे।
मंत्री मलय घटक ने दावा किया कि तृणमूल की इस सभा और जुलूस में बीजेपी की तुलना में दस गुना ज्यादा भीड़ थी, वो भी इतने कम समय में। मेयर बिधान उपाध्याय ने बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी के पास बंगाल में गिनती के पांच नेता हैं, जो आपस में एकजुट नहीं हैं। उन्होंने कहा, “ये लोग बंगाल पर कब्जा करने का सपना देख रहे हैं, लेकिन पहले अपने पांच नेताओं को एकजुट करें और बताएं कि बंगाल का मुख्यमंत्री कौन होगा।”
**नेताओं के तीखे बयान**
रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी ने कहा, “2026 के चुनाव में हमारा एकमात्र लक्ष्य है- सभी सीटों पर तृणमूल की जीत। ममता बनर्जी के बिना बंगाल तबाह हो जाएगा, यह बंगाल की जनता समझ चुकी है।” तृणमूल के राज्य सचिव वी. शिवदासन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी हार के बाद जिला नेताओं को ईडी और सीबीआई से डराने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने शुभेंदु के उस दावे का मखौल उड़ाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के आधार पर आसनसोल उत्तर, आसनसोल दक्षिण, कुल्टी, बाराबनी, पांडवेश्वर, जामुरिया और रानीगंज में बीजेपी आगे है। शिवदासन ने कहा, “शुभेंदु शायद नशे में थे, क्योंकि लोकसभा में ज्यादातर विधानसभा क्षेत्रों में तृणमूल 40 से 50 हजार वोटों से आगे थी।”
पांडवेश्वर के विधायक और जिला सभापति नरेंद्र चक्रवर्ती ने कहा कि तृणमूल के नेताओं के बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने बीजेपी पर साम्प्रदायिक साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा, “शुभेंदु ने जाति और धर्म के आधार पर बंगाल में विभाजन की कोशिश की, लेकिन हम सबको साथ लेकर चलते हैं। ममता बनर्जी ने मां लक्ष्मी के नाम पर भंडारा शुरू किया, दिघा में जगन्नाथधाम बनवाया और दुर्गा पूजा के लिए एक लाख रुपये की सहायता दी। हिंदुत्व सिखाने की जरूरत ममता दीदी को नहीं है।”
**केंद्र की वंचना पर प्रदीप मजूमदार का हमला**
मंत्री प्रदीप मजूमदार ने केंद्र की मोदी सरकार पर बंगाल को वंचित करने का आरोप लगाया। उन्होंने तथ्यों के साथ बताया कि आवास योजना, 100 दिन की मजदूरी और सड़क निर्माण जैसे क्षेत्रों में 2022, 2023 और 2024 में बंगाल को कैसे नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में आवास योजना में 44 करोड़ रुपये का दुरुपयोग हुआ, महाराष्ट्र में 15 करोड़ का, लेकिन बंगाल में सिर्फ 5 करोड़ के दुरुपयोग का आरोप लगाकर हमें वंचित किया गया। डबल इंजन वाली सरकारों में केंद्र की योजनाओं का पैसा रोका नहीं गया, लेकिन बंगाल को सजा दी गई।”
**मलय घटक का दावा: 60 हजार लोग बेरोजगार**
मंत्री मलय घटक ने कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद पश्चिम बर्द्धमान सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। उन्होंने कहा, “हिंदुस्तान केबल्स और बर्न स्टैंडर्ड फैक्ट्री बंद हो गई। ईसीएल की कोयला खदानें निजी कंपनियों को सौंप दी जा रही हैं। इनके कारण करीब 60 हजार लोग बेरोजगार हो गए। इलाहाबाद बैंक, यूनियन बैंक, कॉर्पोरेशन बैंक और सिंडिकेट बैंक खत्म कर दिए गए, जिससे नौकरियों के अवसर भी खत्म हो गए।” उन्होंने दावा किया कि 2026 में तृणमूल 270 से ज्यादा विधानसभा सीटें जीतेगी, क्योंकि “बीजेपी का मतलब है झूठ और लोग यह समझ चुके हैं।”
**बीजेपी का पलटवार**
बीजेपी नेता जितेंद्र तिवारी ने तृणमूल की सभा और जुलूस पर कटाक्ष किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश में कहा, “शुभेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल दिवस मनाने आए थे, लेकिन तृणमूल ने पलटकर सभा और जुलूस करके साबित कर दिया कि वे पश्चिम बंगाल के गठन के खिलाफ हैं। यह दिखाता है कि कौन पाकिस्तान के पक्ष में है और कौन हिंदुस्तान के। बंगाल की जनता इसका जवाब देगी।”