बंगलार जागरण डॉट कॉम संवाददाता, आसनसोल: सड़क दुर्घटना में मोटरसाइकिल सवार की मौत के बाद इलाके में बवाल मच गया। गुस्साए लोगों ने करीब 16 घंटे तक सड़क जाम रखा। जिसके कारण आसनसोल–जामताड़ा अंतरराज्यीय मार्ग पर भारी जाम लग गया। अंततः पुलिस ने लाठीचार्ज कर अवरोध खत्म कराया।

घटना बुधवार रात की है, जब एक ट्रक की चपेट में आने से श्रीरामपुर निवासी व एलआईसी एजेंट अशोक महतो की मौत हो गई। हादसा डेंदुआ-कल्याणेश्वरी रोड पर ईसीएल अस्पताल के पास हुआ। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
हादसे से आक्रोशित लोगों ने पहले मंगलवार रात से ही डेंदुआ-कल्याणेश्वरी रोड को जाम कर दिया। बुधवार सुबह से यह अवरोध आसनसोल-चित्तरंजन मुख्य सड़क तक फैल गया। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि मृतक परिवार को तुरंत कम से कम 20 लाख रुपये मुआवजा और कल्याणेश्वरी औद्योगिक क्षेत्र में नौकरी दी जाए।
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि बातचीत के लिए कोई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं आया। गुस्साए लोगों ने बस, ट्रक, छोटे वाहन यहाँ तक कि साइकिल-बाइक तक को निकलने नहीं दिया।
लगातार 16 घंटे तक चले जाम को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस के अनुसार, वे रात से ही संयम बरत रहे थे और बातचीत करने को तैयार थे। लेकिन प्रदर्शनकारियों का एक हिस्सा सुबह से ही पुलिस पर ईंट-पत्थर फेंकने और मारपीट करने लगा। हालात बिगड़ते देख हल्का लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान एसीपी कुल्टी जावेद हुसैन सहित कई पुलिसकर्मी घायल हुए।
वहीं, दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने बिना उकसावे के लाठीचार्ज किया और राहगीरों तक को पीटा। यहां तक कि जाम में फंसी गाड़ियों के शीशे भी तोड़े गए।
लाठीचार्ज के बाद जाम खत्म हो गया और आसनसोल-चित्तरंजन मार्ग पर यातायात सामान्य हो सका। यह सड़क जामताड़ा जाने का मुख्य मार्ग है, जिससे घंटों तक अंतरराज्यीय संपर्क बाधित रहा।






