
बंगलार जागरण डॉट कॉम संवाददाता
आसनसोल के प्रतिष्ठित सामाजिक संगठन आसनसोल क्लब लिमिटेड की कार्यकारिणी समिति ने पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ बिस्वाल की सदस्यता को समाप्त कर दिया है। यह अहम फैसला 31 जुलाई 2025 को आयोजित समिति की बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया।

क्लब प्रबंधन का कहना है कि सोमनाथ बिस्वाल को क्लब के अनुशासन संबंधी मामलों में अपना पक्ष रखने के कई अवसर दिए गए थे। इसके बावजूद, वह अनुशासन समिति की सुनवाई में उपस्थित नहीं हुए, जिसके बाद समिति ने उनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की। इस सिफारिश को कार्यकारिणी समिति ने मंजूरी दे दी।
क्लब के अध्यक्ष अमरजीत सिंह भरारा, उपाध्यक्ष मनीष बगारिया, मानद सचिव शोभन नारायण बसु, मानद कोषाध्यक्ष मुरारी लाल अग्रवाल समेत अन्य सदस्यों ने इस निर्णय पर हस्ताक्षर किए। क्लब प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया कि अब से सोमनाथ बिस्वाल क्लब की किसी भी गतिविधि या प्रतिनिधित्व का हिस्सा नहीं रहेंगे।
वहीं, सोमनाथ बिस्वाल ने क्लब के इस आदेश को फर्जी करार देते हुए कहा कि जब मामला न्यायालय में लंबित है, तब क्लब प्रबंधन इस तरह का आदेश जारी नहीं कर सकता। उन्होंने साफ कहा कि वह इस आदेश को नहीं मानेंगे और इसे कोर्ट में चुनौती देंगे।
क्लब के अध्यक्ष अमरजीत सिंह भरारा और सचिव शोभन नारायण बसु ने मीडिया से कहा कि क्लब की स्क्रीनिंग कमेटी ने सोमनाथ बिस्वाल के ख़िलाफ़ कुछ नियम उल्लंघन के मामले पाए थे। इसके बाद उन्हें कई बार पक्ष रखने का मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया। अंततः अनुशासन समिति की सिफारिश पर कार्यकारिणी समिति ने सदस्यता समाप्त करने का निर्णय लिया। क्लब प्रबंधन ने कहा कि अगर कोर्ट से कोई अलग आदेश आता है, तो उसका पालन किया जाएगा।